मैं जब -जब उदास हुआ हूँ, तुमने मुझे संभाला है, एक सांत्वना देकर, कुछ काल्पनिक कहक मैं जब -जब उदास हुआ हूँ, तुमने मुझे संभाला है, एक सांत्वना देकर, कुछ...
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
उसकी शादी के दिन कैसे वक्त गुजारा तुमने। उसकी शादी के दिन कैसे वक्त गुजारा तुमने।
बहावे गोरी अँखिया नीर नजरिया जुड़ाला सजनी बहावे गोरी अँखिया नीर नजरिया जुड़ाला सजनी
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।
कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। मधुरिम मधुरिम कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। म...